
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
शेख हसीना का जन्म 28 सितंबर 1947 को पूर्वी बंगाल के तुंगीपारा में हुआ था। उनके पिता, शेख मुजीबुर रहमान, बांग्लादेश के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति थे, और माता शेख फजीलतुन्नेसा मुजीब थीं।
शेख हसीना ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा तुंगीपारा के एक प्राथमिक विद्यालय में प्राप्त की। बाद में, उनका परिवार ढाका स्थानांतरित हो गया, जहाँ उन्होंने अजीमपुर गर्ल्स स्कूल और बेगम बदरुन्नसा गर्ल्स कॉलेज में पढ़ाई की। उन्होंने ईडन कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 1973 में ढाका विश्वविद्यालय से बंगाली साहित्य में स्नातकोत्तर किया।
व्यक्तिगत जीवन
1968 में, शेख हसीना का विवाह एम.ए. वाजेद मिया से हुआ, जो एक प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक थे। उनके दो संतान हैं: पुत्र सजीब वाजेद जॉय और पुत्री सईमा वाजेद हुसैन।
राजनीतिक यात्रा
शेख हसीना की राजनीतिक यात्रा संघर्ष और साहस से भरी रही है। 1981 में, उन्हें आवामी लीग पार्टी का अध्यक्ष चुना गया। 1996 में, उनकी पार्टी ने आम चुनाव में जीत हासिल की, और वे पहली बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनीं।
2001 के चुनाव में हार के बाद, उन्होंने विपक्ष की नेता की भूमिका निभाई। 2009 में, उन्होंने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। 2014 और 2018 के चुनावों में भी उनकी पार्टी ने जीत दर्ज की, जिससे वे बांग्लादेश की सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली प्रधानमंत्री बनीं।
चुनौतियाँ और उपलब्धियाँ
शेख हसीना के कार्यकाल में बांग्लादेश ने आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है। हालांकि, उन्हें कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा, जिसमें 2024 में हुए विरोध प्रदर्शन शामिल हैं, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
निष्कर्ष
शेख हसीना का जीवन संघर्ष, साहस और सेवा का प्रतीक है। उन्होंने बांग्लादेश की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और देश को विकास की दिशा में अग्रसर किया है।
यह लेख आपके लिए लाया गया है surajgoswami.in द्वारा। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएँ।
YouTube वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें:
आंतरिक लिंकिंग:
सूचना: इस लेख में शामिल जानकारी विभिन्न स्रोतों से संकलित की गई है।