शब-ए-मेराज इस्लामिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है, जिसे पैगंबर मुहम्मद (सल्ल.) की यात्रा से जोड़ा जाता है। यह रात इस्लामी कैलेंडर के अनुसार रजब महीने की 27वीं तारीख को मनाई जाती है। आइए जानते हैं, शब-ए-मेराज 2025 में कब है और इसका महत्व।
शब-ए-मेराज कब है 2025?
2025 में शब-ए-मेराज 5 फरवरी 2025, बुधवार की रात को मनाई जाएगी। इस रात को इबादत और दुआ के लिए खास माना जाता है।
तिथि और दिन:
घटना | तारीख | दिन |
---|---|---|
शब-ए-मेराज 2025 | 5 फरवरी 2025 | बुधवार |
शब-ए-मेराज का इतिहास और महत्व
शब-ए-मेराज का अर्थ है “रात की यात्रा।” इस दिन, पैगंबर मुहम्मद (सल्ल.) को अल्लाह ने मक्का से जेरुसलम और फिर स्वर्ग तक ले जाने की घटना दी।
इस यात्रा के दो चरण हैं:
- इसरा: मक्का से मस्जिद-अल-अक्सा तक यात्रा।
- मेराज: स्वर्ग तक की यात्रा।
इबादत का महत्व:
इस रात को मुसलमान विशेष नमाज अदा करते हैं और अल्लाह से दुआ मांगते हैं।
शब-ए-मेराज का रोजा कब है 2025 में?
शब-ए-मेराज के अगले दिन, 6 फरवरी 2025 को रोजा रखना मुस्तहब (पसंदीदा) है।
रोजा की तिथि:
घटना | तारीख | दिन |
---|---|---|
शब-ए-मेराज का रोजा | 6 फरवरी 2025 | गुरुवार |
शब-ए-बारात कब है 2025 में?
शब-ए-बारात, जो एक और महत्वपूर्ण रात है, 13 मार्च 2025, गुरुवार की रात को मनाई जाएगी।
शब-ए-बारात तिथि:
घटना | तारीख | दिन |
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शब-ए-बारात 2025 | 13 मार्च 2025 | गुरुवार |
शब-ए-मेराज पर क्या करें?
इस रात के खास अमल:
- नमाज अदा करें
- कुरआन की तिलावत करें
- तौबा और दुआ करें
- रोजा रखें (अगले दिन)
ध्यान दें: शब-ए-मेराज की इबादत का मकसद आत्मा को शुद्ध करना और अल्लाह से जुड़ाव बढ़ाना है।
शब-ए-मेराज 2025 से जुड़ी खास बातें
- यह रात आत्मनिरीक्षण और इबादत के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
- इस रात की इबादत से अल्लाह के करीब होने का मौका मिलता है।
FAQs
Q1: शब-ए-मेराज कब है 2025?
Ans: 5 फरवरी 2025, बुधवार।
Q2: शब-ए-मेराज का रोजा कब है?
Ans: 6 फरवरी 2025, गुरुवार।
Q3: शब-ए-बारात कब है 2025 में?
Ans: 13 मार्च 2025, गुरुवार।
YouTube वीडियो:
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नोट: यह लेख शब-ए-मेराज 2025 के महत्व को समझाने और सही जानकारी देने के लिए तैयार किया गया है। इस्लामिक कैलेंडर की गणना के अनुसार तिथियों में बदलाव संभव है।